Sunday, October 18, 2020

  क्या तैयारी करें तीसरे दिन की। मां चन्द्रघंटा

  क्या तैयारी करें तीसरे दिन की। मां चन्द्रघंटा

सनातन पुत्र देवीदास विपुल "खोजी"

आशा है आप सब ने आज  सचल  मन वैज्ञानिक ध्यान विधि को मां ब्रह्मचारिणी मंत्र के साथ संपन्न किया होगा और दिन भर मां ब्रह्मचारिणी का मंत्र पढ़कर शाम को आरती और हवन किया होगा।
आपको तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजन करनी है। रात्रि में शयन के पूर्व मां ब्रह्मचारिणी को नमन करने के पश्चात मां चंद्रघंटा का मंत्र जप करते हुए शयन करें।
कल प्रातः सचल मन वैज्ञानिक ध्यान विधि के साथ लिंक में दिए हुए मंत्र के साथ दिनभर जाप करें।
रात्रि में पुनः आरती और हवन करें।

मैंने आरतियों का संकलन किया था लेकिन प्रथम दिवस और द्वितीय दिवस की आरती में मात्रिक दोष   मिले जिसके कारण गेयता में बहुत ही परेशानी हुई।



इस कारण मां की कृपा से मैंने अब सभी देवी आंखों की आरती लिखने का संकल्प लिया है और आज मां सरस्वती की कृपा से चंद्रघंटा मां की और कुष्मांडा माता की नई आरती लिख दी है पोस्ट भी कर दी है।क


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जय गुरूदेव जय महाकाली। महिमा तेरी परम निराली॥
मां जग्दम्बे के नव रूप, दश विद्या, पूजन, स्तुति, भजन सहित पूर्ण साहित्य व अन्य की पूरी जानकारी हेतु नीचें दिये लिंक पर जाकर सब कुछ एक बार पढ ले।
 
मां दुर्गा के नवरूप व दशविद्या व गायत्री में भेद (पहलीबार व्याख्या) 

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