Tuesday, October 20, 2020

 

   क्या तैयारी करें पांचवें दिन की। मां स्कंदमाता

सनातन पुत्र देवीदास विपुल "खोजी"

आशा है आप सब ने आज  सचल  मन वैज्ञानिक ध्यान विधि को मां कुष्मांडा मंत्र के साथ संपन्न किया होगा और दिन भर मां कुष्मांडा  का मंत्र पढ़कर शाम को आरती और हवन किया होगा।



आपको पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजन करनी है। रात्रि में शयन के पूर्व मां कुष्मांडा को नमन करने के पश्चात मां स्कंदमाता का मंत्र जप करते हुए शयन करें।


कल प्रातः सचल मन वैज्ञानिक ध्यान विधि के साथ लिंक में दिए हुए मंत्र के साथ दिनभर जाप करें।
रात्रि में पुनः आरती और हवन करें।


मैंने आरतियों का संकलन किया था लेकिन प्रथम दिवस और द्वितीय दिवस की आरती में मात्रिक दोष  मिले जिसके कारण गेयता में बहुत ही परेशानी हुई।



इस कारण मां की कृपा से मैंने अब सभी देवी आंखों की आरती लिख लिया है और आज मां सरस्वती की कृपा से मां स्कंदमाता की और अन्य माताओं की नई आरती लिख दी है पोस्ट भी कर दी है।

‌ मां स्कंदमाता की आरती को वीडियो पर देखने हेतु अथवा पढ़ने हेतु नीचे का लिंक दबाएं👇👇


इसके बाद मां स्कंदमाता की गायत्री पढ़ना न  भूले।

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जय गुरूदेव जय महाकाली। महिमा तेरी परम निराली॥
मां जग्दम्बे के नव रूप, दश विद्या, पूजन, स्तुति, भजन सहित पूर्ण साहित्य व अन्य की पूरी जानकारी हेतु नीचें दिये लिंक पर जाकर सब कुछ एक बार पढ ले।
 
मां दुर्गा के नवरूप व दशविद्या व गायत्री में भेद (पहलीबार व्याख्या) 

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