Search This Blog

Tuesday, December 29, 2020

विश्व साहित्य की इस विषय पर पहली रचना | रोक सको तो अपने आंसू रोककर दिखा देना

विश्व साहित्य की इस विषय पर पहली रचना 

बालिका की पीड़ा कविता में। 

रोक सको तो अपने आंसू रोककर दिखा देना

हर अविभावक को देखना चाहिए। यह दावा, सीखोगे।

 

यह कविता अपनी तरह की पहली कविता है पूरे विश्व के साहित्य में जो परिवारों को जोड़ रही है। स्वर्गीय गोपालदास नीरज भी रोये थे। चिंतन कर अपने बुजुर्गों को साथ रख लेना। वीडियो को लाइक करें शेयर करें सब्सक्राइब करें अधिक से अधिक लोगों को यह कविता पहुंचाएं जिससे हमारे भारत का भविष्य उज्जवल निकले। आज के अभिभावक अपने बुजुर्गों को अपने साथ रखना सीख ले। सनातन के सच्चे सैनिक बनें।

You Tube Link:

 https://www.youtube.com/watch?v=6vTtL5_dETg

 


 

2 comments:

  1. This comment has been removed by the author.

    ReplyDelete
  2. इस कविता को लिखित में यहाँ भी दे देते तो अच्छा होगा, लोग यहाँ भी पढ़ लेंगे।
    धन्यवाद।

    ReplyDelete

 गुरु की क्या पहचान है? आर्य टीवी से साभार गुरु कैसा हो ! गुरु की क्या पहचान है? यह प्रश्न हर धार्मिक मनुष्य के दिमाग में घूमता रहता है। क...