योग हेतु दूसरा चरण। कौन सी विधि से अन्तर्मुखी हों???
अंतर्मुखी होने में कौन सी विधि हमको उचित रहेगी यह जानना हमको बहुत आवश्यक है। योग हेतु दो प्रकार की विधियां होती है जिसमें षष्टांग, सप्तांग और अष्टांग विधियां होती हैं। दूसरी उपासना विधि होती है जिसमें नवधा भक्ति आती है। यह नवधा भक्ति हमें मार्ग में प्रेमाश्रु और राम रस के कारण आनंद देती है और इसका मार्ग बहुत ही अधिक रस भरा होता है।
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