विशेष तैयारी करें आठवे व नौवीं तिथि की।
मां महागौरी । मां सिद्धिदात्री
आपको आठवें दिन मां महागौरी की पूजन करनी है।
तत्पश्चात कन्या भोजन व पूजन करें।
इसके बाद नवमी का पूजन मां सिद्धिदात्री का करें।
सायंकाल हवन मां महागौरी एवं मां सिद्धिदात्री के मंत्रों से करें।
मतलब दो प्रकार की सामग्री एक में नारियल और पान जो कि महागौरी मां के हवन के लिए और दूसरे में काला तिल जो सिद्धिदात्री के लिए।
कारण यह है अष्टमी और नवमी एक ही दिन पड़ रही है।
आज रात्रि में शयन के पूर्व मां कालरात्रि को नमन करने के पश्चात मां महागौरी व सिद्धिदात्री का मंत्र जप करते हुए शयन करें।
मैंने आरतियों का संकलन किया था लेकिन प्रथम दिवस और द्वितीय दिवस की आरती में मात्रिक दोष मिले जिसके कारण गेयता में बहुत ही परेशानी हुई।
इस कारण मां की कृपा से मैंने अब सभी देवी के रूपों की आरती लिख दी है। पोस्ट भी कर दी है।
👉👉 मां महागौरी की आरती 👈👈
👉👉 इसके बाद मां की गायत्री पढ़ना न भूल
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