क्या तैयारी करें सातवे दिन की। मां कालरात्रि
आशा है आप सब ने आज सचल मन वैज्ञानिक ध्यान विधि को मां कात्यायनी मंत्र के साथ संपन्न किया होगा और दिन भर मां का मंत्र पढ़कर शाम को आरती और हवन किया होगा।
आपको सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजन करनी है। रात्रि में शयन के पूर्व मां कात्यायनी को नमन करने के पश्चात मां कालरात्रि का मंत्र जप करते हुए शयन करें।
कल प्रातः सचल मन वैज्ञानिक ध्यान विधि के साथ लिंक में दिए हुए मंत्र के साथ दिनभर जाप करें।
रात्रि में पुनः आरती और हवन करें।
मां कालरात्रि को शहद का भोग लगाएं। हवन सामग्री में भी कुछ शहद डाल लें।
मैंने आरतियों का संकलन किया था लेकिन प्रथम दिवस और द्वितीय दिवस की आरती में मात्रिक दोष मिले जिसके कारण गेयता में बहुत ही परेशानी हुई।
इस कारण मां की कृपा से मैंने अब सभी देवी आंखों की आरती लिख लिया है और आज मां सरस्वती की कृपा से माताओं की नई आरती लिख दी है पोस्ट भी कर दी है।
👉👉 मां कालरात्रि की आरती 👈👈
👉👉 मां के विषय में अन्य जानकारी हेतु 👈👈
👉👉 इसके बाद मां कालरात्रि गायत्री पढ़ना न भूले 👈👈
इसके बाद मां कालरात्रि गायत्री पढ़ना न भूले
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